एक बच्चे का नाम राहुल था। वह बहुत ही उत्साही और सहज बालक था। राहुल के पास एक पुरानी और प्यारी गाड़ी थी, जो उसके दादा जी ने उसे दी थी। गाड़ी के साथ, राहुल हर रोज़ अपने गाँव के चारों ओर घूमने जाता था। एक दिन, राहुल ने अपने दोस्तों के साथ एक बड़े पेड़ के नीचे बनी छोटी सी झोली में पिकनिक के लिए खाना ले कर गाड़ी पर सफ़र किया। लेकिन उनका सफ़र अचानक ही बड़े जंगल में ले गया, और गाड़ी फँस गई। राहुल और उसके दोस्तों को डर लगने लगा, क्योंकि उन्हें लगा कि अब वे कभी अपने गाँव वापस नहीं जा पाएंगे। लेकिन राहुल ने हार नहीं मानी। उसने अपने दोस्तों को साहस और संयम दिखाया और साथ मिलकर गाड़ी को निकाला। वे लंबे समय तक मिलकर काम किए और अपनी गाड़ी को निकालने में सफल रहे। राहुल ने सभी को दिखाया कि अगर उनमें विश्वास है और वे मेहनत से काम करते हैं, तो वे किसी भी मुश्किल का सामना कर सकते हैं। यह कहानी हमें यह सिखाती है कि सहयोग, साहस और मेहनत हमें किसी भी मुश्किल को पार करने में सफल बना सकती है। चाहे जितना भी कठिन हो, हमें कभी भी अपने सपनों के पीछे हार नहीं मानना चाहिए। . . . . . . . . . . . . . . . . . . ....
एक बच्चे का नाम राहुल था। वह बहुत ही उत्साही और सहज बालक था। राहुल के पास एक पुरानी और प्यारी गाड़ी थी, जो उसके दादा जी ने उसे दी थी। गाड़ी के साथ, राहुल हर रोज़ अपने गाँव के चारों ओर घूमने जाता था। एक दिन, राहुल ने अपने दोस्तों के साथ एक बड़े पेड़ के नीचे बनी छोटी सी झोली में पिकनिक के लिए खाना ले कर गाड़ी पर सफ़र किया। लेकिन उनका सफ़र अचानक ही बड़े जंगल में ले गया, और गाड़ी फँस गई। राहुल और उसके दोस्तों को डर लगने लगा, क्योंकि उन्हें लगा कि अब वे कभी अपने गाँव वापस नहीं जा पाएंगे। लेकिन राहुल ने हार नहीं मानी। उसने अपने दोस्तों को साहस और संयम दिखाया और साथ मिलकर गाड़ी को निकाला। वे लंबे समय तक मिलकर काम किए और अपनी गाड़ी को निकालने में सफल रहे। राहुल ने सभी को दिखाया कि अगर उनमें विश्वास है और वे मेहनत से काम करते हैं, तो वे किसी भी मुश्किल का सामना कर सकते हैं। यह कहानी हमें यह सिखाती है कि सहयोग, साहस और मेहनत हमें किसी भी मुश्किल को पार करने में सफल बना सकती है। चाहे जितना भी कठिन हो, हमें कभी भी अपने सपनों के पीछे हार नहीं मानना चाहिए। . . . . . . . . . . . . . . . . . . ....